रविवार, 4 मार्च 2012

GAJAL

जोइड़ अपन ह्रदय अहाँ सँ


तोइड़ देलहूँ सम्बन्ध जहाँ सँ


रहब सदिखन संगे खेलहूँ शपति

छोइड़ देलहूँ जखने पड़ल विपति


मनक आश हमर मने रहिगेल

जखन अहाँ अपन मुँह फेरिलेल


सुतल फूलक सेज पर अहाँ, मुस्किआइत छी

जारि प्रेमक चिता पर हम , धुधुआइत छी


नोर नै बहाऊ "गणेश" हुनका लेल

छोइड़ अहाँक जे केकरो अनकर भेल


:गणेश कुमार झा "बावरा"

गुवाहाटी