किएक करै छी कुकुरालूझी
सब छी अपने नै किओ आन
अछि एकहि गाम एकहि ठाम
एकहि मकसद एकहि काम
सब छी अपने नै किओ आन
किएक करै छी छीटा-कसब
बिना बात होइछ अपमान
सब छी अपने नै किओ आन
छोडि ईर्ष्या- द्वेष -अहम् भाव के
आउ सब मिल सोचु
कोना होएत उन्नत मिथिलाधाम
सब छी अपने नै किओ आन
सब छी अपने नै किओ आन
अछि एकहि गाम एकहि ठाम
एकहि मकसद एकहि काम
सब छी अपने नै किओ आन
किएक करै छी छीटा-कसब
बिना बात होइछ अपमान
सब छी अपने नै किओ आन
छोडि ईर्ष्या- द्वेष -अहम् भाव के
आउ सब मिल सोचु
कोना होएत उन्नत मिथिलाधाम
सब छी अपने नै किओ आन
:ganesh kumar jha "bawra"
guwahati