"साम्प्रदायिकताक आगि"
नै लगाऊ साम्प्रदायिकताक आगि
एहि मे होएब हम सब जरि क छाई
एहि आगि मे हम जरि वा आहाँ
मुदा, होएत कुनू 'नैन्ना टुगर
हेती केयो 'स्त्री विधवा'
हेता केयो 'पिता नि:संतान' !!
एहि सँ नै आहाँ बनब नै हम
बस उजरत एक बसल बैसाएल घर !
राजनेता के की जाईत छै
ओ अपन कुर्सी हथिअबैया
कनैत-खिंझैत जनता अछि मरैत
मुइला के बाद
के अछि पूछैत ?
एहिलेल कहै छी
समय रहैत सजग भ जाउ
"साम्प्रदायिकताक आगि नै लगाऊ"
:गणेश कुमार झा "बावरा"
गुवाहाटी
नै लगाऊ साम्प्रदायिकताक आगि
एहि मे होएब हम सब जरि क छाई
एहि आगि मे हम जरि वा आहाँ
मुदा, होएत कुनू 'नैन्ना टुगर
हेती केयो 'स्त्री विधवा'
हेता केयो 'पिता नि:संतान' !!
एहि सँ नै आहाँ बनब नै हम
बस उजरत एक बसल बैसाएल घर !
राजनेता के की जाईत छै
ओ अपन कुर्सी हथिअबैया
कनैत-खिंझैत जनता अछि मरैत
मुइला के बाद
के अछि पूछैत ?
एहिलेल कहै छी
समय रहैत सजग भ जाउ
"साम्प्रदायिकताक आगि नै लगाऊ"
:गणेश कुमार झा "बावरा"
गुवाहाटी