"कनियाँ के चाही ढेउआ
बौआ के चाही बाबू कमौआ "
"तामब दिन राइत खेत
तखने भड़त डेड़ बिता पेट "
"जँ चौक चौराहा
देबै खाली गप छरक्का
पीबै भांग मारबै गजाक सौंटा
बिका जाएत सभ बाग़ बगीचा "
बौआ के चाही बाबू कमौआ "
"तामब दिन राइत खेत
तखने भड़त डेड़ बिता पेट "
"जँ चौक चौराहा
देबै खाली गप छरक्का
पीबै भांग मारबै गजाक सौंटा
बिका जाएत सभ बाग़ बगीचा "