गुरुवार, 12 अप्रैल 2012

hamar ekta

हमर एकता , हमर प्रगति
तखने होएत , मिथिलाक उन्नति ।

जागि चुकल अछि   युवा आब
नै रहत पछड़ल मिथिलाधाम ।

मान  राखैत  बाबाक  पागक
हम करब  २१ वीं  सदीक  सम्मान ।

जाति-पाति में नै   बँटब हम 
नै करब एक -दोसरक खिध्यांस।

सहेज  राखब अपन कला -संस्कृति 
करब स्वस्थ-शिक्षित समाजक निर्माण ।

हमर एकता, हमर प्रगति 
आउ, सब एक स्वर में करी ---
मैथिल--मैथिली-मिथिलाक गुणगान ।।

:गणेश कुमार झा "बावरा"
गुवाहाटी