"जीवन "
जीवन ! जीवन !! जीवन !!!
चलैत रहत एहिना हरदम |
नेक -अनेक रंग में रंगल
जीवन के हर एक क्षण |
कखनो हर्ष कखनो विषाद
जीवन के दुई मधुर फल |
हम यात्री छी जीवन के
यात्रा क' रहल छी |
सत्य -मिथ्या मिठगर -करुगर
चित्र -विचित्र जीवनक दृश्य सँ
साक्षात साक्षात्कार क' रहल छी |
:ganesh kumar jha "bawra"