अकेले हम आए जहां में
अकेले है जाना जहां से
फिर हम क्यूँ किसी से
करते है आशा जहां में.…
मतलब की है ये दुनियाँ
मतलब की है सारे नाते ….
जिस डगर हम चले है जहां में
उसकी न कोई मंजिल हैं
अनन्त है ये दुनियाँ
इसकी न कोई डगर हैं.…
किस डगर मैं जाऊँ
डगर की न कोई खबर हैं.…….
अकेले है जाना जहां से
फिर हम क्यूँ किसी से
करते है आशा जहां में.…
मतलब की है ये दुनियाँ
मतलब की है सारे नाते ….
जिस डगर हम चले है जहां में
उसकी न कोई मंजिल हैं
अनन्त है ये दुनियाँ
इसकी न कोई डगर हैं.…
किस डगर मैं जाऊँ
डगर की न कोई खबर हैं.…….