सोमवार, 17 मार्च 2014

पूर्वोत्तर मैथिली साहित्य संगोष्ठी  अपन पहिल कवि-सम्मेलन दिनांक १६-०३-२०१४ के बद्रीदास स्कूल में संध्या ३ स ५ आयोजीत केलक। एहि में लगभग ६० स ऊपर श्रोतागण उपस्थित छलाह। ५ टा कवि अपन कविता स कवी सम्मलेन के शोभा बढ़ेला। हर तरहक कविताक पाठ भेल।
श्रोतागण आनंदित भेला आ संगोष्ठीक कार्य के सराहना केला।
सम्मलेन के अध्यक्षता श्री कमलकांत जी केलैन।
सम्मलेन आ संगोष्ठीक आवश्यकता आ एकर आगुक उद्देश्य पर विस्तृत चर्च पूर्वोत्तर में मैथिली लेल सतत कार्य केनिहार श्री सत्यानन्द पाठक जी केलैन।
कवि -सम्मलेन के शुरुआत गणेश जीक कविता स भेल :
"फागुन "
फागुन बसंत लेलै
जीवन में उमंग एलै
नब-नब सृजन सृष्टि में भेलै !!
चारु दिश पसरल हरियरी
गन्ध पुष्पक अति मनमोहक
स्नेह रस में डूबल हृदय-मन
फागुन..............एलै !!
मौसुआएल छल मन हमर
माघक पतझड़ जेना...
लगिते बसात बसंत केँ
फुला गेलौं गुलाबक फूल जेना
फागुन . . .......... एलै !!
जिनगीक सच सेहो एहने
जेहन मौसमक रीति
आश नहि छोड़ी कखनो
चाहे हुआ कतबो समय विपरीत
कहैथ गणेश सुनू भाई श्रोता
फागुन बसंत दैथ याह संदेश
फागुन .. ………… एलै !!
आ एहि के बाद संतोष जी , ललित जी , सत्यनारायण जी आ पवन जी के एक स एक कविता स सम्मलेन आगू बढ़ैत गेल।