बुधवार, 12 मार्च 2014

Kavita-HUNKAR

       "हुँकार "


कहि दियौ जा क '
पटना -दिल्ली केँ शासक सँ
आबि रहल अछि मिथिलावाशी
लेब' अपन अधिकार अपन स्वराज !


कहि दियौ जा क '
शांत हृदय उद्वेलित भ' रहल अछि
श्रृंगार -भक्ति गीत गाबे वाला हृदय
आब क्रान्तिक गीत गाइब रहल अछि !


कहि दियौ जा क'
आब नहि देबै अग्नि-परीक्षा
आब नहि धरति धरती सीता
विरोधक स्वर उठि रहल अछि
सम्हरि जाउथ देथु मिथीला
नहि त' मिथिलावाशी उखाइर्  फेँकत सत्ता !!!!!!
        :गणेश कुमार झा "बावरा"