रविवार, 16 मार्च 2014

Fagun

"फागुन "
फागुन बसंत लेलै
जीवन में उमंग एलै
नब-नब सृजन सृष्टि में भेलै !!
चारु दिश पसरल हरियरी
गन्ध पुष्पक अति मनमोहक
स्नेह रस में डूबल हृदय-मन
फागुन..............एलै !!
मौसुआएल छल मन हमर
माघक पतझड़ जेना
लगिते बसात बसंत  केँ
फुला गेलौं गुलाबक फूल जेना
फागुन . . .......... एलै  !!
जिनगीक सच सेहो एहने
जेहन मौसमक रीति
आश नहि छोड़ी कखनो
चाहे हुआ कतबो समय विपरीत
कहैथ गणेश सुनू भाई श्रोता
फागुन  बसंत दैथ याह संदेश
फागुन .. ………… एलै !!