मंगलवार, 8 अप्रैल 2014

kavita: Mithilawashi: kanchan kumari



    "मिथिलावाशी "
हम छि मिथिला के वासी
मैथिली हमर नाम अछि| 
जहाँ हर घर मिथिला  धाम बसइया ,
ओहिठम हमर गाम अछि| ।


जहाँ धरती फोइर सीता जी भेली
जनक नन्दनी नाम कहेली
ओहिठम हमर धाम अछि।
हम छि मिथिला के वासी
 मैथिली हमर नाम अछि|। 
जहाँ हर आँगन ओरहुल फूल खिलाइया
हर घर माँ भगवती बसइया 
ओहिठम हमर गाम अछि।
हम छि मिथिला के वासी
मैथिली हमर नाम अछि| ।
जहाँ वेद पुरान के ज्ञान  में
मिथिलापुर के नाम अछि
जहाँ विद्यापति  कोकील   कवि
मिथलापुर के शान अछि
ओहिठम हमर गाम अछि।
हम छि मिथिला के वासी
मैथिली हमर नाम अछि| ।
                 : "कंचन कुमारी झा"