कतेक जरबई छी आहाँ , करैज हमर
बनि स्नेहक सागर आहाँ , जुड़ाअ दीअ करैज हमर
ज्येष्ठक खेत जकाँ अछि फाटल, करैज हमर
बनि सावनक बादल आहाँ , जुड़ाअ दीअ करैज हमर
आमावश्याक अन्हरिया जकाँ अछि अन्हार, करैज हमर
बनि पूर्णिमाक चान आहाँ , जुड़ाअ दीअ करैज हमर
अछि पतझड़ जकाँ झडल-मूर्झाल, करैज हमर
बनि बसन्तक बसात आहाँ , जुड़ाअ दीअ करैज हमर
निहौरैथ 'गणेश' नै आब दुखाबू, करैज हमर
बनि हमर प्रियतमा आहाँ , जुड़ाअ दीअ करैज हमर
:गणेश कुमार झा 'बावरा'
गुवाहाटी
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