इ की हो रहल हइ देशमे
स्थिर सरकार हो रहल हइ अस्थिर
सभे ठार हो रहल हइ विरोध मे
तिरंगा फहराए लागल रहलै ह'
देश आ विदेश मे
मुदा चन्द राजनैतिक रावण नेतबा
अपन राजनीतिक रोटी पकबे खातीर
क' रहलै ह' बदनाम
देशक नाम देश आ विदेशमे !!
अइ देशक जनताके
न चाही विकाश
न चाही काम-धन्धा
खैरातमे चाही खाना पानी
चाहे गद्दीधारी लूटौ देशक खजाना !!
गोलबन्द भ रहल हइ आजुक जयचन्द
असगर कर्मयुद्धमे फँसल हइ पृथ्वीराज
फेर लागल हइ दाँव पर
इज्जत माइ भारतीके
हे हिन्द मानव
करहो फैसला
केकरा जीतेबहो
पृथ्वीराज वा मोहम्मद गोरीके ???
स्थिर सरकार हो रहल हइ अस्थिर
सभे ठार हो रहल हइ विरोध मे
तिरंगा फहराए लागल रहलै ह'
देश आ विदेश मे
मुदा चन्द राजनैतिक रावण नेतबा
अपन राजनीतिक रोटी पकबे खातीर
क' रहलै ह' बदनाम
देशक नाम देश आ विदेशमे !!
अइ देशक जनताके
न चाही विकाश
न चाही काम-धन्धा
खैरातमे चाही खाना पानी
चाहे गद्दीधारी लूटौ देशक खजाना !!
गोलबन्द भ रहल हइ आजुक जयचन्द
असगर कर्मयुद्धमे फँसल हइ पृथ्वीराज
फेर लागल हइ दाँव पर
इज्जत माइ भारतीके
हे हिन्द मानव
करहो फैसला
केकरा जीतेबहो
पृथ्वीराज वा मोहम्मद गोरीके ???