शनिवार, 31 अक्टूबर 2015

kavita...हम नेन्ना रहितौं

"हम नेन्ना रहितौं"
काश! हम नेन्ना रहितौं
सदैव निश्चल निर्मल कोमल रहितौं !!!
अपन आनक भेद नहि उपजैत
माए बाबू कक्का काकी
सभक हम दुलारु रहितौं
काश! हम नेन्ना रहितौं
सदैव निश्चल निर्मल कोमल रहितौं !!!
नहि जनितौं कोनो सीमा रेखा
नन्हिएटा पएर ल घुमि अबितौं
टोल परोसक दुरा-दरवजा
अपन मनक राजा रहितौं
काश! हम नेन्ना रहितौं
सदैव निश्चल निर्मल कोमल रहितौं !!!
नहि रहैत पेटक चिंता
नहि डेराबैत बेरोजगारीक भूत
रणे बणे नहि बौअइतौं
अपने गाम धेने रहितौं
काश! हम नेन्ना रहितौं
सदैव निश्चल निर्मल कोमल रहितौं !!
:गणेश मैथिल